अगर आप पंजाब गए हैं तो आपने अनेक घरों के ऊपर हवाई जहाज या कारों की आकृति वाली पानी की टंकी देखी होंगी। यहां पर कई और तरह की टंकियां भी देखने को मिल सकती हैं। ऐसा करना कुछ लोगों का शौक होता है और कुछ लोग हवाई जहाज में जाने के अपने सपने को इस तरह से जताने की भी कोशिश करते हैं। हालांकि, अब एेसा देश के कई अौर शहरों में भी देखने को मिल जाता है। इससे हटकर दुनिया में कई लोग ऐसे होते हैं, जो पूरा का पूरा घर ही अजीबोगरीब आकृति का बना देते हैं। हम आपको ऐसे ही कुछ घरों के बारे में बताते हैं।
सतखोल वुडहाउस- उत्तराखंड के सतखोल में मात्र आर्कीटेक्ट ने लकड़ी के इस घर को बनाया है। इसका अजीबोगरीब आकार वस्तुत: पहाड़ की चोटियों को दर्शाता है।
दुनिया अपने सिर पर खड़ी है-
यह उल्टा घर जर्मनी में एक प्रदर्शनी के लिए बनाया गया था। इसे बनाने वाले क्लोडियूज गोलोस और सेबेस्टियन मिकुसियुक ने कुछ अलग करने के उद्देश्य से इस घर को बनाया था। उन्होंने इस प्रोजेक्ट को “दुनिया अपने सिर पर खड़ी है” नाम दिया था। अगर आप घर के भीतर जाएंगे तो वहां भी आपको सबकुछ उल्टा ही दिखेगा यानी छत आपके पांवे के नीचे होगी और फर्श आपके सिर के ऊपर।
क्यूब हाउसेस यानी वर्गाकार घर-
नीदरलैंड के रॉटरडम में 1984 में आर्कीटेक्ट पीट ब्लोम ने कुछ अलग करने के उद्देश्य से 38 वर्गाकार आकृतियों को तिरछा रखकर इस भवन का िनर्माण किया। इस अजीब भवन के भीतर की दीवारों भी एक दूसरे के ऊपर झुकी हुई हैं। अब इस घर को हॉस्टल में बदल दिया गया है, जहां पर लोग झुकी हुई दीवारों के बीच ठहरते हैं।
स्टील का घर-
अमेरिका के टेक्सास में स्थित यह घर 23 साल में 1973 से 1996 के बीच बनकर तैयार हुआ। इसे बनाने में 110 टन लोहे का इस्तेमाल किया गया है।
टायलेट जैसा घर-
सफाई और स्वच्छता के लिए भारत में मोदी सरकार के आने के बाद घर-घर टॉयलेट बनाए गए। लेकिन, विश्व टॉयलेट एसोसिएशन ने कोरिया में इससे भी एक कदम आगे बढ़ते हुए सफाई के प्रति जागरूकता लाने के लिए एक टॉयलेट के आकार का ही घर बना दिया। इस घर का नाम हाइवूजाइ रखा गया है। हाइवूजाइ का अर्थ होता है ‘ऐसी जगह जहां पर कोई किसी की चिंताओं का समाधान कर सकता है।’
ऑटो निवास-
ऑस्ट्रिया के साल्जबर्ग में आर्कीटेक्ट मार्कस ने एक कार के समान दिखने वाला यह ऑटो हाउस बनाया है। इस ऑटोहाउस की खासियत केवल इसका डिजायन ही नहीं है, बल्कि यह ऊर्जा की भी बहुत बचत करता है।
क्रेजी डोमेक-
पोलेंड के सोपोत में 2004 में स्जोंतसी और जेलेंस्की ने परीकथा जैसे डिजाइन से प्रेरित होकर इस छोटे से घर का निर्माण किया। बाहर से देखने पर यह घर ऐसा लगता है जैसे किसी ने इसे पिचका दिया हो।
एयरप्लेन हाउस-
लेबनान का मिजियारा शहर ऐसे घराें के लिए प्रसिद्ध है, जो पुराने रोमन मंदिरों या मिस्र के खंडहरों से मिलते जुलते हैं। लेकिन यहां पर यह एयरबस 380 के आकार का घर भी लोगों को आकर्षित करता है।
गोलाकार ट्रीहाउस-
पेड़ों पर मचान जैसे घर अनेक लोग बनाते हैं। लेकिन कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में रस्सियों के सहारे एक पेंडेंट की भांति लटका यह गोलाकार घर अत्यंत आकर्षक है।