
गुलामी का प्रतीक माने जाने वाले राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ हो गया है। राजपथ को पहले किंग्सवे कहा जाता था। आजादी के बाद इसे राजपथ कहा जाने लगा और अब यह कर्तव्य पथ हो गया है। देश में गुलामी के प्रतीक हटाने की दिशा में सरकार ने यह कदम उठाया है। हम नियमित तौर अनेक मार्गों से गुजरते हैं। इनमें अनेक मार्ग विभूतियों या हस्तियों के नाम पर होते हैं। कुछ मार्गों के नाम उनके आकार के हिसाब से होता है, जैसे रिंग राेड यानी एक गाेलाकार सड़क जिसके दोनों सिरे मिलते हैं। जब हम किसी हिल स्टेशन पर जाते हैं तो हमें वहां मॉल रोड मिलती है। अंग्रेजों के बसाए हरेक हिल स्टेशन पर यह रोड होती है। कई अन्य शहराें और छावनी क्षेत्रों में भी मॉल रोड होती है। क्या अापने कभी साेचा है कि इन सड़कों को मॉल रोड क्यों कहते हैं। मॉल का अर्थ क्या है। हम आपको बताते हैं कि कुछ सड़कों को मॉल रोड क्यों कहते हैं। असल में मॉल अंग्रेजी का शब्द है और इसका अर्थ होता है चौड़ा मार्ग अथवा लंबी दूरी की वॉक। लेकिन, अंग्रेजों ने अनेक जगहों पर सड़क के एक ओर अपने प्रशासनिक कार्यालय आैर दूसरी ओर विवाहित सैनिकों के रहने के आवास बनवाए थे और इस सड़क को सैन्य भाषा में मैरीड एक्मोडेशनएक्मोडेशन एंड लिविंग लाइन (MALL) रोड कहते थे। यही वजह है कि छावनी क्षेत्रों में मॉल रोड से यह पता चलता है कि इस इलाके में प्रशासनिक कार्यालय हैं।
हालांकि, हिल स्टेशनों में अधिकांश मॉल रोड वहां के मुख्य बाजार और सिटी सेंटर हैं और वहां पर ही उस शहर की नगर पालिका के साथ ही अन्य प्रमुख प्रशासनिक भवन हैं। इन मार्गों को मॉल रोड कहने की वजह इनका चौड़ा होना और उस समय अंग्रेज अफसरों व उनके परिवारों द्वारा लंबी सैर करने का मार्ग होना है। इसलिए मॉल रोड पर जगह-जगह सुस्ताने की भी जगह होती है। साथ ही खरीदारी का मुख्य बाजार अौर रेस्टोरेंट व होटल आदि होने की वजह से भी इसे मॉल रोड कहा जाने लगा। आज शहरों बनने वाले मॉल भी ऐसी ही जगह हैं। यानी हिल स्टेशनों पर मॉल रोड का मतलब वह सड़क है, जिस पर वहां का प्रमुख बाजार और कार्यालय होते हैं। मॉल शब्द किसी भी मार्ग की उपयोगिता का प्रतीक हैं, लेकिन, किसी समय मॉल रोड गुलामी का अहसास कराने वाली भी रहीं है, क्योंकि इनके साइनेज पर लिखा होता था कि भारतीयों और कुत्तों को प्रवेश की अनुमति नहीं है। एेसे में अगर भविष्य में माॅल राेड का नाम भी कुछ और हो जाए तो चौंकना नहीं चाहिए।