यहां शादी के बाद पति छोड़ता है अपना घर, बच्चे लगाते हैं मां का सरनेम
लोकरंग के इस अंक में हम आपको ले चलते हैं उत्तर पूर्व के खूबसूरत राज्य मेघालय। मेघालय का अर्थ होता है बादलों का घर। मेघालय पहले असम का ही हिस्सा था। 21 जनवरी 1972 को असम के दो जिलों को काटकर अलग मेघालय राज्य का गठन हुआ। मेघालय की जनसंख्या करीब 35 लाख है। राज्य का कुल क्षेत्रफल 22430 वर्ग किलोमीटर है। यह राज्य दो तरफ से बांग्लादेश और दो तरफ से असम से घिरा है। हम आपको मेघालय के बारे में कुछ रोचक बातें बताते हैं।
अंग्रेजी है मेघालय की आधिकारिक भाषा
सबसे पहले आपको बता दें कि जनजातीय होने के बावजूद मेघालय की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। हालांकि खासी राज्य में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। करीब 33 फीसदी लोग यह भाषा बोलते हैं। इसके बाद गारो 32 फीसदी, प्नार 11 फीसदी और असमी छह फीसदी लोगों द्वारा बोली जाती है। यहां पर इसके अलावा नेपाली, बंगाली और हजोंग भी बोली जाती है। लेकिन, अंग्रेजी इन सभी को आपस में जोड़ने का काम करती है।
महिला होती है परिवार की मुखिया
राज्य की दूसरी खासियत है कि यहां पर महिला ही परिवार की मुखिया होती है। देश के अन्य सभी राज्यों में पुरुष ही परंपरागत तौर पर परिवार के प्रमुख होते हैं। यहां पर परिवार की वंशावली भी महिलाओं के जरिए ही पता की जाती है। किसी भी परिवार में सबसे छोटी बेटी सारी संपत्ति की हकदार होती है और वही माता-पिता व अविवाहित भाई की देखभाल भी करती है। शादी के बाद यहां पति अपना घर छोड़कर पत्नी के यहां आकर रहता है। यही नहीं बच्चे भी अपने नाम के आगे मां का सरनेम लगाते हैं। अगर किसी परिवार में लड़की नहीं होती है तो उसे एक कन्या को गोद लेना होता है।
देश में सर्वाधिक बारिश होती है यहां
मेघालय देश का सबसे नम स्थान है। यहां के दक्षिण खासी पहाड़ियों में औसत 12000 मिलीमीटर यानी 470 इंच बारिश हर साल होती है। जबकि देश में औसत 1180 मिलीमीटर बारिश होती है। यही वजह है कि मेघालय का 70 फीसदी हिस्सा वनाच्छादित है। राज्य के मौसिनरम में सर्वाधिक बारिश होती। राज्य की अर्थव्यवस्था भी इसी वजह से कृषि पर आधारित है। यहां की मुख्य फसलों में में आलू, चावल, मक्का, अन्नानास, पपीता और मसाले हैं।