20 अप्रैल को दिखेगा दुर्लभ हायब्रिड सूर्यग्रहण, हमारी जिंदगी में ऐसा मौका 2031 के बाद कभी नहीं आएगा
एक दशक के बाद गुरुवार, 20 अप्रैल को इस साल का पहला हायब्रिड यानी संकर सूर्य ग्रहण होगा। हायब्रिड सूर्यग्रहण वह होता है, जिसमें पहले चंद्रमा की छाया से सूर्य के चारों ओर एक रिंग बनती है इसके बाद वह सूर्य को पूरी तरह से ढक लेती है यानी पूर्ण सूर्यग्रहण की स्थिति बनती है, इसके कुछ समय बाद जब पृथ्वी और सूर्य के बीच से चंद्रमा हटना शुरू होगा तो सूर्य के चारों और फिर एक रिंग दिखाई देती है। जब सूर्य ग्रहण में ये दोनों अवस्थाएं आती हैं तो उसे हायब्रिड या संकर सूर्यग्रहण का जाता है। पिछला हायब्रिड सूर्यग्रहण 2013 में आया था। इसके बाद ऐसा अगला सूर्यग्रहण 2031 में होगा। जबकि, उसके बाद होने वाला हाइब्रिड सूर्यग्रहण इस धरती पर आज मौजूद लोगों में से कोई भी नहीं देख सकेगा, क्योंकि वह 142 साल बाद 23 मार्च 2164 में होगा। हालांकि, इस साल 14 अक्टूबर को हमें एक और सूर्यग्रहण देखने को मिलेगा।
भारत में सूर्यग्रहण हायब्रिड नहीं होगा। यहां पर आंशिक सूर्यग्रहण ही दिखाई देगा। भारतीय समय के अनुसार यह सूर्यग्रहण सुबह 7 बजकर चार मिनट से शुरू होगा और दोपहर बाद 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। हायब्रिड सूर्यग्रहण पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी तिमोर और इंडोनेशिया मे दिखाई देगा। हालांकि, सूर्य के चारों ओर बनने वाली रिंग हिंद महासागर और प्रशांत महासागर में कुछ ही सेकेंड के लिए दिखाई देगी। सूर्यग्रहण को सीधे नहीं देखें। इसके लिए विशेषज्ञाें की सलाह से उपयुक्त उपकरणों का इस्तेमाल करें। यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना है और आप इसके साक्षी बनें।