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दो मिली सेकेंड के भीतर ही नष्ट‍ हो गई थी टाइटन सबमर्सिबल, पांचों अरबपति मौत को भांप भी नहीं सके

किसी भी रोमांचकारी सफर में खतरे होना लाजिमी है। लेकिन, अगर आप विशेषज्ञों की सलाह को अनसुना करेंगे तो यह खतरा कई गुना बढ़ जाता है और कई बार तो आपको पता भी नहीं होता अगले एक सेकेंड के 100वें हिस्‍से के भीतर ही आपके साथ कुछ अप्रत्‍याशित होने वाला है। दुर्भाग्‍य के पर्याय टाइटेनिक जहाज के मलबे को देखने के लिए टाइटन सबमर्सिबल में निकले पांचों अरबपति यात्रियों कम क्रू के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ। विशेषज्ञों के मुताबिक सेंकेड के सौवें हिस्‍से के भीतर ही टाइटन में विस्‍फोट से इन पांचों यात्रियों की मौत हो गई यानी हादसे से पहले इनमें से किसी को भी अहसास नहीं था कि अगले मिली सेकेंड में इनके साथ क्‍या होने जा रहा है। यही वजह थी कि चालक दल की ओर से किसी भी तरह के खतरे का संदेश इस पनडुब्‍बी के साथ चल रहे जहाज या मदरशिप को नहीं मिला। बस एक धमाका हुआ और सब कुछ खत्‍म हो गया।

टाइटन की इस यात्रा की संचालक कंपनी ओसनगेट के पूर्व सलाहकार रॉब मैक्‍कलम के मुताबिक 18 जून को इस सबमर्सिबल में हुआ धमाका इतना शक्‍तिशाली था कि तत्‍काल ही पांचों यात्रियों की मौत हो गई थी। हादसे के वक्‍त टाइटन में हमिश हार्डिंग, शहजादा दाऊद, उनके पुत्र सलमान दाऊद, पॉल हेनरी नार्जियोलेट और स्‍टॉक्‍टन रश सवार थे।  रश ही ओसनगेट कंपनी के मालिक थे और मैक्‍कलम ने इस परियोजना के शुरुआती दौर में इस पर काम किया था। हालांकि, मैक्‍कलम ने परियोजना को लेकर अपनी चिंता भी जाहिर की थी और उन्‍होंने इसे एक टिकिंग यानी चालू टाइम बम करार दिया था। मैक्‍कलम ने कहा कि 12500 फीट की गहराई पर स्‍थित टाइटन महज दो मिली सेकेंड में पूरी तरह खत्‍म हो गई थी। उन्‍होंने कहा कि किसी भी खतरे को भांपने में मनुष्‍य के दिमाग को 25 मिली सेकेंड लगते हैं।

टाइटन का मदरशिप पोलर प्रिंस से संपर्क सुबह 9.45 पर टूटा और इसके आठ घंटे बाद ओसनगेट की ओर से कोस्‍ट गार्ड को टाइटन के लापता होने की जानकारी दी गई। मैक्‍कलम ने जब इस परियोजना में काम करते हुए इसके खतरों को भांपा और उनकी सलाह पर कोई ध्‍यान नहीं दिया गया तो वे इससे अलग हो गए थे। उन्‍होंने बताया कि मैंने तकनीकी तौर पर इस प्रोजेक्‍ट के खतरों के बारे में बताया, लेकिन मैं उन्‍हें रोकने में विफल रहा। यही नहीं वे लोग स्‍वीकार्य मानकों का उल्‍लंघन करने को लेकर गर्व महसूस कर रहे थे। यही नहीं, इस पूरे प्रोजेक्‍ट में हर स्‍तर पर विशेषज्ञता का अभाव था। ओसनगेट में विश्‍व रिकॉर्ड तोड़ने को लेकर भारी उत्‍साह था, लेकिन क्रू के सदस्‍य इस पर ध्‍यान नहीं दे रहे थे कि अगर वे लौट नहीं सके तो क्‍या होगा। रश के ही एक अन्‍य साथी कार्ल स्‍टेनलीने कहा कि यह सबमर्सिबल इन अरबपतियों के लिए एक चूहेदानी से कम नहीं था।

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