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भारत का चंद्रयान बुधवार को शाम 6.04 बजे करेगा सॉफ्ट लैंडिंग, लूना 25 के नष्ट होने से रूस को 16 अरब से अधिक का नुकसान

रूस का चंद्रयान लूना 25 चांद पर उतरने में नाकाम रहा है। तय लैंडिंग से एक दिन पहले लूना 25 एक अनियंत्रित कक्षा में फिसल गया और चांद की सतह से टकराकर नष्‍ट हो गया। 47 सालों के बाद रूस ने चांद पर मिशन भेजा था। उधर, इसरो ने बताया है कि हमारा चंद्रयान 23 अगस्‍त को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा पर उतरेगा। रूस को इस मिशन के फेल होने से करारा झटका लगा है, क्‍योंकि वह चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सबसे पहले उतरने का इतिहास बनाने में नाकाम हो गया है। साथ ही उसे भारी आर्थिक नुकसान भी हुआ है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो 23 अगस्‍त को इसरो नया इतिहास रचने जा रहा है। रूस का लूना-25 स्पेसक्राफ्ट 11 अगस्त को लॉन्च किया गया था।

लूना-25 मिशन का बजट  करीब 200 मिलियन डॉलर (16,63,14,00,000 रुपये) था। यानी रूस को इस मिशन के फेल होने से 16.6 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। इस 200 मिलियन डॉलर के बजट में स्पेसक्राफ्ट को डेवलप करना, लॉन्च ऑपरेशन, मिशन कंट्रोल और चांद से मिले डेटा का वैज्ञानिक विश्लेषण शामिल था।
रूस के लूना-25 का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र को एक्सप्लोर करना था। चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव काफी खास बना हुआ है। यहां पर बर्फ के रूप में पानी जमा हो सकता है। रूस के लूना-25 में स्पेक्ट्रोमीटर और कैमरों सहित अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरण थे। इनसे चंद्रमा की सतह की सरंचना का विश्लेषण किया जाना था। साथ ही वहां की तस्वीरें ली जानी थी।
भारत किफायती अंतरिक्ष मिशन के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। चंद्रयान 3 का बजट करीब 615 करोड़ है। यह दुनिया में सबसे कम है। फिल्म आदिपुरुष का बजट भी इससे अधिक है। भारत का चंद्रयान-3 23 अगस्त को 18:04 बजे चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। भारत का चंद्रयान-3 योजनानुसार बिल्कुल ठीक तरह से अपने रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।

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