जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में प्रदेश की 90 सीटों के लिए हुए मतदान के बाद लोगों को अब एग्जिट के नतीजे आ चुके हैं। ज्यादातर एग्जिटपोल्स के नतीजों में कांग्रेस और एनसी के गठबंधन सबसे ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। भाजपा पिछले चुनावों की तुलना में थोड़ी सी पिछडती हुई नजर आ रही है। एग्जिट पोल के मुताबिक पिछले चुनाव में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली पीडीपी के लिए यह चुनाव सही नहीं रहे वह सीटों की संख्या में दहाई के अंक तक भी नहीं पहुंच पा रही है। वहीं इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों ने कश्मीर घाटी में अपनी ताकत दिखाई है। सभी पोल्स के हिसाब से उन्हें कश्मीर घाटी में दहाई के अंक में सीटें मिल रही हैं। आज तक सी वोटर की तरफ से जारी एग्जिट पोल में जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और एनसी के गठबंधन को पूर्ण बहुमत की और जाता हुआ दिखाया है। सर्वे के हिसाब से कांग्रेस गठबंधन के खाते में करीब 40 से 48 सीटें जाती हुई दिख रही हैं। जम्मू रीजन की 43 सीटों में से 27 से 31 सीटों को भाजपा के खाते में जाता हुआ दिखाया है। वहीं कांग्रेस के गठबंधन को करीब 11 से 15 सीटों के मिलने का अनुमान है। वहीं कश्मीर रीजन में पूरी तरह से तस्वीर बदली हुई है। यहां पर भाजपा का सूपड़ा साफ होते हुए नजर आ रहा है। यहां पर एनसी गठबंधन के खाते में अच्छी खासी सीटें मिलती हुई दिख रही हैं।
एक दशक के बाद हो रहे इस विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनैतिक पार्टियों ने जनता को लुभाने के लिए विभिन्न तरह के प्रयोग किए। नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने चुनाव पूर्व गठबंधन किया तो वहीं भारतीय जनता पार्टी और पीडीपी ने अगल-अलग ही चुनाव लड़ने का फैसला किया था। इस विधानसभा चुनाव की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी का पूरा केंद्रीय नेतृत्व यहां पर प्रचार करने में लगा हुआ था। कांग्रेस के तरफ से भी इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी गई। वहीं दूसरी तरफ दोनों मुख्य क्षेत्रीय पार्टियों ने भी इस चुनाव को अपने अस्तित्व का प्रश्न बनाते हुए जबरदस्त प्रचार किया। चुनावी मुद्दों की बात करें तो राज्य में 370, स्टेटहुड, विकास और रोजगार का मुद्दा अपने चरम पर रहा।