अमेरिका में एक बार फिर ‘ट्रम्प युग’ लौट आया है। रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतीय समयानुसार सोमवार रात 10:30 बजे अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट के जज जॉन रॉबर्ट्स ने शपथ दिलाई। इसके साथ ही वे अमेरिका 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं।
शपथ के दौरान पत्नी मेलानिया बाइबिल लेकर खड़ी रहीं। ट्रम्प के शपथ लेने के बाद कुछ देर तक कैपिटल बिल्डिंग के रोटुंडा में तालियों की गड़गड़ाहट गूंजती रही। इससे पहले उन्होंने 2017 से 2021 तक अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में काम किया था। उनसे पहले रिपब्लिकन नेता जेडी वेंस ने अमेरिका के 50वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।
अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में तापमान माइनस 5 डिग्री सेल्सियस है। कड़कड़ाती ठंड के चलते 40 साल बाद राष्ट्रपति की शपथ संसद के अंदर रखी गई। इससे पहले 1985 में रोनाल्ड रीगन की शपथ कैपिटल हिल के अंदर हुई थी। सामान्य तौर पर राष्ट्रपति खुले मैदान नेशनल मॉल में शपथ लेते हैं।
इधर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रम्प को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वे रूस-यूक्रेन और परमाणु हथियारों के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार हैं।
ट्रम्प ने कहा- हम अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे ट्रम्प ने कहा, ‘अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू हो रहा है। इस दिन से हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया जाएगा। मैं बहुत ही सरलता से अमेरिका को सबसे पहले रखूंगा। हमारी संप्रभुता को पुनः प्राप्त किया जाएगा। हमारी सुरक्षा बहाल की जाएगी। न्याय के तराजू को फिर से संतुलित किया जाएगा। न्याय विभाग और हमारी सरकार का क्रूर, हिंसक और अनुचित हथियारीकरण समाप्त हो जाएगा। हम फिर से अमेरिका को महान बनाएंगे।