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पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को हुआ कैंसर

यह एक आक्रामक प्रकार का प्रोस्टेट कैंसर है जो उनकी हड्डियों तक फैल चुका है

पूर्व राष्ट्रपति जोसेफ आर. बाइडेन जूनियर को शुक्रवार को एक आक्रामक प्रकार के प्रोस्टेट कैंसर का पता चला, जो उनकी हड्डियों तक फैल चुका है, उनके कार्यालय द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई. बयान के अनुसार यह उस समय पता चला जब बाइडेन ने मूत्र संबंधी लक्षणों की शिकायत की, जिसके बाद डॉक्टरों ने उनके प्रोस्टेट पर एक छोटी गाँठ (नॉड्यूल) पाई. बाइडेन के कैंसर की पहचान “ग्लीसन स्कोर 9” के रूप में की गई है, जो हड्डियों तक फैल चुका है. ग्लीसन स्कोर का उपयोग यह बताने के लिए किया जाता है कि प्रोस्टेट कैंसर कोशिकाएँ माइक्रोस्कोप के नीचे कैसी दिखती हैं. 9 और 10 स्कोर वाले कैंसर सबसे आक्रामक माने जाते हैं. यह कैंसर स्टेज 4 है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर के अन्य हिस्सों में फैल चुका है.

बयान में कहा गया है कि यह बीमारी का एक अधिक आक्रामक रूप है, लेकिन यह कैंसर हार्मोन-संवेदनशील प्रतीत होता है, जिससे इसका प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया जा सकता है. यह बयान बाइडेन कार्यालय की ओर से था, लेकिन इस पर किसी का हस्ताक्षर नहीं था. राष्ट्रपति और उनका परिवार अपने चिकित्सकों के साथ इलाज के विकल्पों की समीक्षा कर रहे हैं.

82 वर्षीय बाइडेन जनवरी में पद छोड़ने वाले अमेरिका के सबसे उम्रदराज़ राष्ट्रपति बने. अपने पूरे कार्यकाल के दौरान, उन्हें उनकी उम्र और स्वास्थ्य को लेकर लगातार सवालों का सामना करना पड़ा, जो अंततः उन्हें अपनी ही पार्टी के दबाव में आकर पुनः चुनावी दौड़ से हटने के फैसले तक ले गया. प्रोस्टेट कैंसर विशेषज्ञों का कहना है कि बाइडेन का निदान गंभीर है और एक बार जब यह कैंसर हड्डियों तक फैल जाता है तो इसे पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता. लेकिन ड्यूक विश्वविद्यालय के प्रोस्टेट कैंसर विशेषज्ञ डॉ. जड मौल ने कहा कि जिन पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर फैल चुका होता है, वे पाँच, सात, दस या उससे भी अधिक साल जीवित रह सकते हैं.

इस कैंसर पर पहले हमले का तरीका यह होता है कि टेस्टोस्टेरोन को बंद किया जाए, जो प्रोस्टेट कैंसर को बढ़ाता है. डॉ. मौल ने बताया कि जब उन्होंने 1980 के दशक में यूरोलॉजिस्ट के रूप में काम शुरू किया था, तब यह काम पुरुषों के अंडकोष निकालकर किया जाता था. आज, पुरुषों के पास दो तरह के इंजेक्शन द्वारा दी जाने वाले दवाओं या एक गोली के रूप में विकल्प हैं, जो अंडकोष में टेस्टोस्टेरोन बनाने से रोकते हैं. इसके अतिरिक्त, कुछ दवाएं ऐसे टेस्टोस्टेरोन को भी रोकती हैं जो फिर भी शरीर में बन जाता है.

डॉ. मौल ने कहा कि वे बाइडेन की उम्र के पुरुषों में इस प्रकार के प्रोस्टेट कैंसर के निदान नियमित रूप से देखते हैं. पिछले दशक में जीवित रहने की दर लगभग तीन गुना हो गई है.

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो बार-बार बाइडेन की आलोचना करते रहे हैं और उन्हें देश की अधिकांश समस्याओं के लिए दोषी ठहराते हैं, उन्होंने भी एक समर्थन संदेश जारी किया.
मेलानिया और मैं जो बाइडेन के हालिया चिकित्सकीय निदान के बारे में सुनकर दुखी हैं, ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा. “हम जिल और परिवार के प्रति अपनी गहन शुभकामनाएं व्यक्त करते हैं और जो के शीघ्र और सफलतापूर्वक स्वस्थ होने की कामना करते हैं.

पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस जिन्होंने बाइडेन के साथ काम किया,  उन्होंने कहा कि वह और उनके पति यह खबर सुनकर “दुखी” हैं. जो एक योद्धा हैं और मैं जानती हूँ कि वह इस चुनौती का सामना उसी ताकत, धैर्य और आशावाद से करेंगे, जिसने हमेशा उनके जीवन और नेतृत्व को परिभाषित किया है़  उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हमें उनके पूर्ण और शीघ्र स्वस्थ होने की आशा है.

पद छोड़ने के बाद से बाइडेन ने अधिकतर समय डेलावेयर में बिताया है और कभी-कभार वाशिंगटन आकर अपनी पोस्ट-प्रेसिडेंशियल योजनाओं पर स्टाफ के साथ बैठकें की हैं. जब ट्रंप ने 100-दिनों का कार्यकाल पूरा किया और उनके राष्ट्रपति कार्यकाल पर आधारित किताबें तथा 2024 की चुनावी तैयारियों की बातें शुरू हुईं, तब बाइडेन ने साक्षात्कारों में यह जताया कि वे मानसिक रूप से कमजोर नहीं हुए हैं. वे गलत हैं, बाइडेन ने “द व्यू” कार्यक्रम में एक साक्षात्कार के दौरान कहा. “ऐसा कुछ भी नहीं है जो इस बात को साबित करे.”

 

 

 

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