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नववर्ष की इन अजीबोगरीब परंपराओं के बारे में जानते हैं?

भारत में अंग्रेजी नए साल के आगाज को मध्यम व उच्च आय वर्ग द्वारा सामान्य तौर पर जश्न के रूप में मनाया जाता है। हालांकि, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए नए साल के जश्न का कोई मतलब नहीं होता। लेकिन, निम्न मध्मवर्गीय परिवारों में भी अब नए साल की पूर्व संध्या पर पार्टियां करने की परंपरा बढ़ रही है। युवा किसी भी वर्ग के हों, वे अपने दोस्तों के साथ इस मौके पर पार्टियां कर ही लेते हैं। हालांकि, हिंदू नववर्ष 22 मार्च 2023 को मनाया जाएगा। इसी दिन गुडी पड़वा, उगाड़ी और पारसी नववर्ष नवरोज भी मनाया जाएगा। दुनिया के कई देशों में तो नए साल के आगाज को दीवाली के जश्न की तरह मनाया जाता है। लोगों घरों पर रोशनी के साथ ही जमकर आतिशबाजी भी करते हैं, हालांकि आतिशबाजी का कार्यक्रम सामूहिक होता है। हम आपको बता रहे हैं कि दुनिया के कुछ देशों में नए साल की अजीबोगरीब परंपराएं।

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