लोकरंग

दुनिया के सबसे पुराने शहरों की दौड़ में कौन कहां पर है? भोले की नगरी कितनी पुरानी है?

क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे पुराना शहर कौन सा है? यह ऐसा सवाल है, जिस पर अभी तक बहस जारी है और सबसे पुराने शहर की गुत्थी अभी सुलझी नहीं है। लेकिन, हम दुनिया के पुराने शहरों के बारे में आपको कुछ रोचक जानकारी देते हैं। भारत की बात करें तो काशी या वाराणसी देश का सबसे पुराना शहर है। काशी में तीन हजार साल से मानव बसावट है और अगर धर्मग्रंथों की बात करें तो इसे पांच हजार साल पहले भगवान शिव ने बसाया था। अगर आपने काशी नगरी नहीं देखी है आपको कम से कम एक बार वहां जरूर जाना चाहिए। अब हम आपको उन शहरों के बारे में बताते हैं, जिनको लेकर दुनिया में सबसे पुराने शहर होने पर बहस चल रही है।

इसमें पहला नाम आता है सीरिया के अलेप्पो का। इस शहर की वास्तविक उम्र का तो पता नहीं है, लेकिन विश्वकोश ब्रिटेनिका के मुताबिक यहां पर एक पुराना मंदिर मिला था, जो करीब 3000 साल ईस्वी पूर्व यानी करीब 5000 साल पुराना था। कुछ लोग इसे 7000 साल पुराना भी मानते है। आज का अलेप्पो शहर सीरिया के गृहयुद्ध की भेंट चढ़ चुका है और प्राचीन अलेप्पो का भी तीस फीसदी से अधिक भाग इससे नष्ट हो चुका है।

इसमें दूसरा नाम लेबनान की राजधानी बेरुत का है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक इस शहर में 1990 में हुई खुदाई में 5000 साल पुरानी सभ्यता के प्रमाण मिले हैं। 551 ईस्वी में आए भयंकर भूकंप में नष्ट होने से पहले बेरुत में रोमन शासन के कानून की शिक्षा देने वाले प्रमुख विद्यालय स्थित थे।

इस क्रम में सबसे पुराने शहर के दावे की सबसे प्रमुख प्रतियोगी के रूप में अगला नाम फिलस्तीन के जेरिको शहर का है। प्राचीन इतिहास विश्वकोश के मुताबिक यह शहर ईसा से 9000 साल यानी आज से 11 हजार साल पुराना है। यहां पर ही जेरिको की दीवार है, जो दुनिया की सबसे पुरानी सुरक्षात्मक दीवार मानी जाती है। यह 12 फीट ऊंची है और आज से 10 हजार साल पहले बनी थी।

अगला नाम भूमध्य सागर के तट पर स्थित बेबलोस शहर का है। प्राचीन इतिहास विश्वकोश के मुताबिक इस शहर में पिछले सात हजार साल से लगातार बसावट है। पुराने समय में इस शहर में व्यापार की प्रमुख वस्तु पेपेराइस नाम का एक पौधा था, जिससे कागज बनाया जाता है। इसी वजह से यूनानियों ने इस शहर का नाम बिबलोस रखा था। यूनानी में बिबलोस का अर्थ किताब होता है।

यूनान की राजधानी एथेंस का भी इस दौड़ में शामिल है। प्राचीन इतिहास विश्वकोश कहता है कि यहां पर ईसापूर्व 5000 साल से बसावट मौजूद है। एथेंस के स्वर्णकाल में यह शहर सुकुरात जैसे कई महान दार्शनिकों और विद्वानों का घर था।

इस क्रम में अगला नाम बुल्गारिया के प्लोवदीव का है। इस शहर को ईसा से सात हजार साल पुराना माना जाता है। रोमनो ने 46 ईस्वी में इस शहर को कब्जे में लेकर यहां पर सड़कों, टावरों सहित अनेक निर्माण कराए। जिनके अवशेष आज भी यहां पर स्थित हैं।

अगला नाम मिस्र के फैयूम शहर का है। जो कभी मिस्र का विशाल नखलिस्तान था आैर अपनी उर्वरता और नील नदी से पास होने के लिए जाना जाता था। प्राचीन इतिहास विश्वकोश के मुताबिक यहां पर ईसा पूर्व 7200 साल से मानव की मौजूदगी थी और ईसा पूर्व 5200 तक यहां पहला कृषि समुदाय भी बन गया था। इस इलाके में कई गांव और शहर थे आज का फैयूम शहर फैयूम नखलिस्तान के ठीक बीच में स्थित है।

ईरान का प्राचीन शहर सूसा, जिसे अब शुश कहा जाता है इस क्रम में अगला शहर है। प्राचीन इतिहास विश्वकोश के मुताबिक यहां पर ईसा पूर्व 7000 साल पहले छोटी-छोटी बसावट शुरू हुई जो ईसा पूर्व 4200 तक एक शहरी इलाके में बदल गई।

सूसा में ही सिकंदर ने एक विशाल सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया था, जिसमें 10000 मैसीडोनियाई और पारसियों को वैवाहिक बंधन में बांधा गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दोनों संस्कृतियों को एकजुट करना था।

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