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देसी घी व ऑलिव ऑयल में कौन है बेहतर? खाना बनाने के लिए घी या कौन सा तेल इस्तेमाल करना चाहिए?

अक्सर यह बहस होती है कि हमें घी खाना चाहिए या फिर तेल अाैर तेल कौन सा खाएं? बाजारीकरण के इस दौर में आपको अनेक तेलाें पर लिखा मिलेगा कि …..युक्त। हम जिस …. की बात कर रहे हैं, वह नाम आपने शायद ही सुना हो और न ही आपको यह पता होता है कि इसके होने से क्या फायदा होता है। कई तेल दावा करते हैं कि वह हृदय के लिए अच्छे हैं, लेकिन शरीर के बाकी अंगों का क्या? अब अगर कीमत किसी चीज की गुणवत्ता काे तय करती है तो बाजार  में सबसे महंगा तेल जैतून का है। अनेक लोग खाना बनाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, भारत में तेल के अलावा घी का भी इस्तेमाल होता है। यहां पर हम देसी घी की बात कर रहे हैं। घी का अधिकतर इस्तेमाल ग्रामीण क्षेत्रों में होता है। अब शहरों में इसका चलन बढ़ रहा है, लेकिन यह काफी कम है। आज हम अापको बताते हैं कि घी और जैतून के तेल यानी ओलिव ऑयल में कौन आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।

प्रख्यात न्यूट्रीशियनिस्ट नमामि अग्रवाल के मुताबिक अधिकतर तेलों के मुकाबले घी का स्मोक प्वाइंट काफी ऊंचा होता है। स्मोक प्वाइंट वह तापमान होता है, जिसके बाद कोई भी तेल या घी ऐसे यौगिक या कंपाउंड छोड़ने लगता है, जो हानिकारक होते हैं। घी का स्माेक प्वांट काफी ऊंचा होने की वजह से जब आप इसमें कुछ भी तलते हैं तो उससे कोई नुकसान नहीं होता है। देसी घी का स्मोकिंग प्वाइंट 250 डिग्री सेंटीग्रेड होता है, जो काफी उच्च होता है। सरसों के तेल का स्मोकिंग प्वाइंट भी 250 डिग्री होता है। सोयाबीन के तेल का स्मोकिंग प्वांइंट 232 डिग्री और सूरजमुखी रिफाइंड तेल का 266 डिग्री होता है। अब जैतून के तेल की बात करते हैं। जैतून के तेल का स्मोकिंग प्वाइंट 190 डिग्री सेंटीग्रेट होता है, जो काफी कम है। इसलिए इस तेल का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए ठीक नहीं है। यही वजह है कि जैतून के तेल का इस्तेमाल सलाद आदि बनाने के लिए किया जाता है। सलाद में इसे अक्सर ऊपर से कच्चा ही डाला जाता है।

अगर आप देसी घी के शौकीन हैं, तो हम आपको बताते है कि इसके क्या लाभ होते हैं-

देसी घी में मध्यम और लघु श्रृंखला वाले फैटी एसिड होते हैं, जो आपको ऊर्जा प्रदान करते हैं। यही वजह है कि सर्दी में घी खाने से आपका शरीर गर्म रहता है। घी में ब्यूटिरिक एसिड होता है, जो हमारे पेट में मौजूद प्राबायोटिक बैक्टीरिया के लिए अच्छा होता है। इसकी वजह से हमारी आंते स्वस्थ रहती हैं। घी हमारे तंत्र को साफ करने में भी मदद करता है, जिससे कब्ज से आराम मिलता है। घी में मौजूद विटामिन ए और ई हमारी त्वचा के लिए अच्छे होते हैं। खाने के अलावा त्वचा पर घी लगाना अच्छा होता है।

घी हमारे शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। हालांकि, इसका पूरा लाभ लेने के लिए इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। क्योंकि घी में मौजूद सैचुरेटेड फैट कुछ लोगों को समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए अगर किसी को पहले से ही कोलेस्टॉल या अन्य समस्याएं हैं तो उन्हे इसके सेवन से पहले विशेषज्ञ से जरूर पूछना चाहिए। घी में एक खास तरह का ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है, जो आपके शरीर की चर्बी को गलाने में मदद कर सकता है। घी में वसा में घुलने वाले अनेक विटामिन भी होते हैं।

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