लोकरंग

क्या है कैलाश मानसरोवर में खास, क्यों जाते हैं हिंदू, सिख, जैन व बौद्ध

यह सिर्फ तीर्थ यात्रा नहीं है, जीवन का दर्शन है

कैलाश पर्वत यानी भगवान शिव का दिव्य निवास़  यह अपनी अद्भुत सुंदरता और मानसरोवर झील के कारण प्रसिद्ध है. यह झील कैलाश पर्वत का एक अभिन्न हिस्सा है. मानसरोवर झील तिब्बत (चीन) में स्थित एक विशाल मीठे पानी की झील है और यह हिंदू, जैन और बौद्ध धर्मों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है. हर वर्ष लाखों तीर्थयात्री और पर्यटक दुनियाभर से मानसरोवर की सुंदरता और पवित्रता का अनुभव करने आते हैं.

मानसरोवर का अर्थ और इतिहास

मानसरोवर को दुनिया के पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है़ किंवदंतियों के अनुसार यह झील ब्रह्म मुहूर्त में देवताओं का स्नान स्थल है़  हिंदू मान्यताओं के अनुसार यह झील सर्वप्रथम भगवान ब्रह्मा के मन में उत्पन्न हुई थी, इसलिए इसका नाम ‘मानसरोवर’ पड़ा. मानसरोवर नाम दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है ‘मानस’ अर्थात ‘मन और बुद्धि’ तथा ‘सरोवर’ अर्थात ‘झील’.

ऐसा माना जाता है कि कैलाश मानसरोवर में देवता निवास करते हैं और ध्यान करते हैं. यह झील हर स्थान पर नहीं हो सकती, क्योंकि इसका एक विशेष आध्यात्मिक प्रभाव है. इस पवित्र झील की तुलना देवताओं के मन से की जाती है जो जल की तरह शांत, पर्वत की तरह मजबूत और स्थिर होता है.

मानसरोवर क्यों जाएं?

  1. धार्मिक महत्व
    • शास्त्रों के अनुसार यह झील अत्यंत पवित्र मानी जाती है। इसकी सुंदरता और धार्मिक महत्ता का वर्णन अनेक ग्रंथों में मिलता है.
    • हिंदू धर्म में मान्यता है कि कैलाश मानसरोवर में स्नान करने या उसका जल पीने से सभी पाप धुल जाते हैं.
    • जैन धर्म के अनुसार, यह वह स्थान है जहां पहले तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव को आत्मज्ञान की प्राप्ति हुई थी.
    • बौद्ध धर्म में इसे मेरु पर्वत कहा जाता है और मान्यता है कि भगवान बुद्ध ने यहां आकर ध्यान किया था.
    • बोन धर्म के अनुसार, “झांग झुंग” तिब्बत का एक पवित्र स्थान है जहां टोनपा शेरनाब, बोन धर्म के प्रवर्तक ने पहली बार स्नान किया था.
    • सिख धर्म में मान्यता है कि गुरु नानक देव जी ने यहां ध्यान करना सीखा था.
  2. भौगोलिक महत्व
    • कैलाश पर्वत पृथ्वी का केंद्र माना जाता है, जिसके चारों ओर छह अन्य पर्वतमालाएं हैं.
    • मानसरोवर झील विश्व की सबसे ऊंची मीठे पानी की झील है, जो समुद्र तल से 4,557 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
    • यह झील चार प्रमुख नदियों ब्रह्मपुत्र, घाघरा, सिंधु और सतलज का उद्गम स्थल है.
    • ध्यान और समाधि के लिए यह स्थान सर्वश्रेष्ठ है.
  3. औषधीय महत्व
    • मानसरोवर यात्रा के दौरान वहां उगने वाली जड़ी-बूटियों और पौधों को जानने का अवसर मिलता है.
    • नागमणि फूल, जो नागमणि की तरह दिखता है, अपनी सुंदरता से पर्यटकों को आकर्षित करता है.
    • बिच्छू घास (Stinging Nettle) यहाँ पर पाई जाती है, जो जोड़ों के दर्द को ठीक करने में सहायक है और एक्यूपंक्चर जैसा कार्य करती है.
  4. पर्यटन महत्व
    • यदि आपको प्रकृति, झीलें, बर्फीले पहाड़ और हरियाली पसंद है, तो मानसरोवर यात्रा आपके लिए एक स्वर्ग समान अनुभव होगी.
    • कैलाश पर्वत सुंदर बाग-बगिचों से घिरा हुआ है और यहां आपको कमल, लिली जैसे फूल और हंसों की झलक भी मिल सकती है.
    • सूर्योदय के समय कैलाश पर्वत की सुनहरी चोटी अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करती है.
    • यह एशिया की सबसे धार्मिक, सबसे चुनौतीपूर्ण और सबसे अधिक देखी जाने वाली यात्राओं में से एक मानी जाती है.

मानसरोवर के पास घूमने योग्य स्थान

  1. गौरीकुंड (पार्वती सरोवर)
    • यह एक पवित्र स्थल है जहां देवी पार्वती स्नान करती थीं और उन्होंने यहीं भगवान गणेश की रचना की थी.
    • इसे करुणा की झील भी कहा जाता है.
  2. राक्षस ताल (रावण झील)
    • यह झील रावण का निवास स्थान मानी जाती है और इसी कारण इसका नाम राक्षस ताल पड़ा.
    • यह तिब्बत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है, जिसमें चार द्वीप हैं डोला, टॉपसेरमा, लाचातो और दोशार्बा.
    • इसका पानी खारा और विषैला माना जाता है, इसलिए स्थानीय लोग इसमें स्नान नहीं करते.
  3. कैलाश परिक्रमा
    • शिव पुराण के अनुसार कैलाश की परिक्रमा करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं.
    • परिक्रमा की दूरी 53 किलोमीटर है और यह यात्रा 3 दिन में पूरी होती है.
    • यात्रा कठिन होती है क्योंकि मौसम अत्यंत कठोर होता है और ऑक्सीजन की मात्रा भी कम होती है.

कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए सबसे उपयुक्त समय

जो लोग मानसरोवर की यात्रा कर चुके हैं, वे कहते हैं कि कैलाश मानसरोवर जाने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से सितंबर के बीच होता है. इस दौरान बर्फ पिघलने लगती है और मौसम यात्रा, दर्शन और ट्रैकिंग के लिए अनुकूल होता है.

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