केदारनाथ के पास गौरीकुंड में भारी भूस्खलन, 13 लोग लापता
उत्तराखंड में जारी भारी बारिश के बीच केदारनाथ के पास गौरीकुंड में भीषण भूस्खलन होने से 13 लोग दब गए हैं। रात करीब 12 बजे हुए इस भूस्खलन ने कई दुकानों और घरों को अपनी चपेट में ले लिया जिससे ये लोग मलबे में दब गए। प्रशासन ने भी लापता लोगों की संख्या की पुष्टि कर दी है और उनके नाम भी जारी कर दिए है। लगातार भारी बारिश होने की वजह से राहत व बचाव कार्यों में बाधा आ रही है। लापता लोगों की तलाश अभी तक शुरू नहीं हो सकी है, आशंका है कि ये सभी मलबे में दब गए हैं या पानी के तेज बहाव में बह गए हैं।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं, लेकिन तलाश शुरू करने के लिए उन्हें बारिश के रुकने का इंतजार है। बारिश में मलबा हटाने से और भूस्खलन हो सकता है, जिससे दबे हुए लोगों को निकालना मुश्किल हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक रात को 11 बजकर 50 मिनट पर गौरीकुंड बसस्टैंड के पर डाट पुलिया पर इस भूस्खलन की सूचना मिली। जब तक प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची, तब तक तीन दुकानें या तो मलबे में दब गईं थीं या बह गई थीं। इन दुकानों में अधिकतर नेपाली मूल के लोग रहते थे। लापता लोगों की सूची इस प्रकार है-
आशु (23 साल) जनई निवासी, प्रियांशु चमोला (18) निवासी तिलवाड़ा, विनोद (26) भरतपुर, राजस्थान, मुलायम (25) सहनपुर आगरा व रणवीर सिंह बस्टी अगस्त्यमुनि का रहने वाला है। इनके अलावा सात लोग एक ही परिवार के हैं । ये सभी मूल रूप से नेपाल के रहने वाले हैं। इनमें अमर बोहरा, उसकी पत्नी अनीता (26), उसकी दो बेटियां राधिका और पिंकी और तीन बेटे पृथ्वी, जटिल और वकील शामिल हैं। एक अन्य लापता भी बस्टी का ही बताया गया है।
उत्तराखंड में सात अगस्त तक भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।