
पाकिस्तान से नजदीकी तुर्की को भारी पड़ने लगी है. अनेक भारतीयों ने तुर्की में शादी करने के अपने कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है और वे यूएई या किसी अन्य शहर की तलाश कर रहे हैं. ऐसे ही एक युवक बताते हैं कि उनके दिल में इस्तांबुल की एक खास जगह है. दो साल पहले यहीं पर उनकी अपनी होने वाली पत्नी से पहली मुलाकात हुई थी, इसलिए उन्होंने नवंबर में अपनी शादी के लिए इसी शहर को चुना था. लेकिन, पाकिस्तान और तुर्की के बीच बढ़ती नजदीकी और भारत विरोधी रुख के चलते अब हम वहां अपनी शादी को लेकर खुद का भावनात्मक जुड़ाव नहीं देख रहे है और इसे लेकर सहज नहीं हैं. अब उन्होंने रस अल-खैमाह (यूएई) को अपनी डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए चुना है. उनका कहना है कि यहां का प्राकृतिक सौंदर्य, मेहमाननवाज़ी और सबसे अहम शांति और सुरक्षा की भावना हमें बहुत पसंद आई. भारत में पैसे वाले लोग और अमीर प्रवासी भारतीय अब तुर्की में होने वाली अपनी भव्य डेस्टिनेशन शादियों को दूसरे देशों में स्थानांतरित कर रहे हैं. तुर्की और अजरबैजान में तय की गई माइलस्टोन सेलिब्रेशन, ऑफसाइट्स और ऑफिसियल कॉर्पोरेट इवेंट्स को रद्द किया जा रहा है.
यूएई, बहरीन व राजस्थान बने पसंद
कॉपर इवेंट्स की सह-संस्थापक और निदेशक प्राची टंडन ने बताया कि हमारे क्लाइंट्स अब अपनी वर्ष के अंत में होने वाली शादियों को यूएई या राजस्थान जैसे अन्य स्थलों की ओर शिफ्ट कर रहे हैं. बहरीन हमारे लिए अब सबसे महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बन गया है. कुछ यूएई सरकारें बहुत कॉपरेटिव हैं और वे डेस्टिनेशन वेडिंग की योजना बना रहे जोड़ों के लिए वीज़ा फीस भी माफ कर रही हैं.
कार्पोरेट इवेंट भी जा रहे सिंगापुर, बाली, थाईलैंड व श्रीलंका
गोबनानाज इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के सह-संस्थापक मिहिर रणपारा ने बताया कि क्रेडाई द्वारा अजरबैजान के बाकू में सितंबर में होने वाले एक कार्यक्रम का आयोजन उनकी कंपनी को सौंपा गया था, जिसमें करीब 1200 प्रतिनिधि शामिल होने वाले थे, लेकिन अब यह कार्यक्रम सिंगापुर में आयोजित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम होटल्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करने ही वाले थे, लेकिन भारत-पाकिस्तान विवाद में अज़रबैजान की भूमिका को देखते हुए हमने यह इवेंट सिंगापुर शिफ्ट कर दिया. हमने यह भी तय किया है कि आयोजकों के तौर पर हम अब तुर्की और अजरबैजान को प्रमोट नहीं करेंगे. हम अब बाली, थाईलैंड और श्रीलंका जैसे विकल्प सुझा रहे हैं.
एंटाल्या और बोडरम थे काफी लोकप्रिय
टचवुड ग्रुप के सह-संस्थापक विजय अरोड़ा बड़े पैमाने पर शादियों और कॉर्पोरेट इवेंट्स का आयोजन करते हैं. उन्होंने बताया कि वे तुर्की में काफी शादियां करवाते रहे हैं. एंटाल्या और बोडरम काफी लोकप्रिय रहे हैं. वहां की डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कंपनियों से हमारे अच्छे संबंध हैं, और वे भी इस स्थिति से दुखी हैं. अब अधिकांश ग्राहक बहरीन, दोहा और मिडिल ईस्ट को प्राथमिकता दे रहे हैं. एक अन्य युवा ने बताया कि उन्होंने मार्च 2026 में होने वाली अपनी शादी के लिए एंटाल्या को पहले से बुक कर रखा था. वहां के सुंदर समुद्री तट, रिजॉर्ट्स सब कुछ हमारी जरूरत के मुताबिक था, लेकिन हाल की अनिश्चितताओं को देखते हुए हमने अपनी योजना को रोक दिया है. वे अब राजस्थान और बहरीन को संभावित विकल्पों के रूप में देख रहे हैं.
भारतीय डेस्टिनेशन भी फोकस में
ग्लोबल लक्ज वेडिंग्स की संस्थापक स्वाति पंड्या ने बताया कि भारतीय शादियों से तुर्की की सेवाओं से जुड़ी इंडस्ट्री को काफी राजस्व मिला है. सैलून से लेकर एंटरटेनमेंट, फूड एंड बेवरेज, टैक्सी सर्विस सबको लाभ हुआ. लेकिन दुख की बात है कि इन कंपनियों या उनके संगठन ने भारत के समर्थन में कोई स्टैंड नहीं लिया. भारत में खुद कई शानदार विकल्प मौजूद हैं और अब उन्हें तलाशना ज्यादा समझदारी भरा कदम होगा.