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उत्‍तरकाशी की सुरंग में फंसे मजदूरों का इंतजार बढ़ा

सब कुछ ठीक रहा तो अब शुक्रवार की शाम तक उत्‍तरकाशी की सिल्‍कियारा सुरंग में फंसे लोगों को लेकर अच्‍छी खबर आ सकती है। बुधवार को बचाव कार्यों में लगी टीम को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने ऑगर ड्रिलिंग मशीन की मदद से 80 संेटीमीटर के तीन और पाइपों को मलबे में ड्रिल करके कुल 39 मीटर तक अपनी पहुंच बना दी है। आपको बता दें कि टीम 90 संेटीमीटर के तीन पाइप पहले ही ड्रिल कर चुकी थी, लेकिन इसके बात तत्‍कालीन मशीन आगे ड्रिल नहीं कर सकी थी। जिसकी वजह से और आधुनिक ऑगर ड्रिलिंग मशीन को मंगाना पड़ा था। टीम ने पहले डाली गई पाइप के भीतर ही उससे 10 सेमी छोटा पाइप ड्रिल किया। इससे 22 मीटर तक तो बिना ड्रिल के ही पाइप पहुंच गई और अब तीन और पाइप डालने से कुछ 39 मीटर पाइप डाली जा चुकी है।

टीम ने इस उपलब्‍धि को खास माना है और उम्‍मीद है कि कल सुबह तक तीन से चार पाइप और डाले जा सकते हैं। हालांकि, चुनौतियां भी कम नहीं हैं, लेकिन अगर ऐसा होता है तो गुरुवार की सुबह मजदूरों के लिए भी खास भी हो सकती है। आप भी वीडियो में देखें कि टीम ने बुधवार के घटनाक्रम पर क्‍या कहा-

एम.डी (एनएचआईडीसीएल ) महमूद अहमद ने बताया कि टनल के अंदर 900 एम.एम पाइप को पुश किया गया था। वर्तमान समय में टेलीस्कोपिक तरीके से 900 एम.एम पाइप के अंदर, 800 एम.एम का पाइप को भी पुश कर लिया गया है। ऑगर मशीन से पुनः ड्रिलिंग शुरू करते हुए कुल 39 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा शेष स्थान पर ड्रिलिंग का कार्य तेज़ी से किया जा रहा है।

एमडी (एनएचआईडीसीएल ) महमूद अहमद ने बताया कि बड़कोट वाले छोर से होरिजेंटल ड्रिलिंग का कार्य शुरू हो गया था। जिसमें तीसरा ब्लास्ट कर लिया गया है। इस स्थान से लगभग 8 मीटर कार्य पूरा हो गया है।  सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने बताया कि पूर्व में अंदर फंसे श्रमिकों के साथ वीडियो के माध्यम से संवाद हुआ था। अब एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की मदद से ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप तैयार कर लिया गया है। जिसमें वायर, माइक्रोफोन और स्पीकर का इस्तेमाल किया जा रहा है। खैरवाल ने बताया कि ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप तैयार होने के उपरांत अंदर फंसे श्रमिको की सबसे पहले डॉक्टर से बात करवाई गई। इस क्रम में सभी श्रमिकों की एक-एक करके डॉक्टर से बात करवाई जा रही है। एवं उनका हाल-चाल जाना जा रहा है। उन्होंने कहा अंदर फंसे लोगों को जरूरी दवाइयां भेजी जा रही है। इसके अतिरिक्त मूलभूत सामग्री जैसे टॉवल, ब्रश, छोटे कपड़े भी भेजे जा रहे है। श्रमिकों की मेंटल हेल्थ को ध्यान रखते हुए मनोचिकित्सक से भी उनकी बात कराई जा रही है। अंदर फंसे सभी श्रमिक सुरक्षित हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी मौजूद रहे।

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